– पूर्वोत्तर के आतंकवाद रोधी अभियानों में शामिल सैनिकों को भी उत्तरी सीमा पर भेजा गया
– सैनिकों की तैनाती में किया जा रहा बदलाव सेना प्रमुख जनरल पांडे की नई रणनीति का हिस्सा
– अहम मोर्चों से बुलाये गए सैनिकों को पहाड़ी क्षेत्रों में दुश्मन को नाकाम करने में महारत हासिल
नई दिल्ली: चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय सेना ने अपनी अतिरिक्त छह डिवीजन तैनात की हैं। एक डिवीजन में लगभग 18 हजार जवान होते हैं, यानी एक लाख 8 हजार सैनिक चीन सीमा पर भेजे गए हैं। इनमें कई डिवीजन को अन्य अहम मोर्चों से बुलाया गया है, क्योंकि इन सैनिकों को पहाड़ी क्षेत्रों में दुश्मन के मंसूबों को नाकाम करने में महारत हासिल है। चीन सीमा पर भेजे गए सैनिकों में पाकिस्तान के मोर्चे पर तैनात जवानों से लेकर पूर्वोत्तर के आतंकवाद रोधी अभियानों में शामिल सैनिक भी शामिल हैं।
चीन की तरफ से किसी भी तरह के दुस्साहस का दोगुनी मजबूती के साथ जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने पूरा बंदोबस्त किया है। इसीलिए पाकिस्